Reasons For Delayed Periods in Hindi – पीरियड को हम मासिक धर्म, माहवारी और mc के नाम से भी जानते है। पीरियड्स संबंधी अनियमितता महिलाओं में एक आम समस्या है। पीरियड लेट होने, जल्दी आना, period miss होना या फिर बंद हो जाना, इसके कई कारण हो सकते है। पीरियड ना आने और मिस होने की स्थिति में महिलाओं के मन में सबसे पहले प्रेगनेंसी का ख्याल आता है की कहीं वो गर्भवती तो नहीं?
Reasons For Delayed Periods in Hindi – पीरियड आने में देरी होने पर महिलाओं में तनाव बढ़ने लगता है और वे पीरियड्स लाने के लिए tablet लेने लगती है और कुछ महिलाएं मासिक धर्म को नियमित करने के लिए घरेलू नुस्खे से इलाज करने लगती है। पीरियड बंद होने या फिर late होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। प्रेगनेंसी के इलावा पीरियड्स देरी होने के कुछ सामान्य कारण भी हो सकते है।
उन कारणों को जानने से पहले आइए थोडा मासिक चक्र के बारे में जान लेते हैं: एक सामान्य महिला या लड़की का मासिक चक्र 28 दिनों का होता है लेकिन यह जरुरी नहीं की ऐसा सबके लिए हो किसी किसी का 18 से 35 दिनों का भी होता है, आपका शरीर गर्भावस्था के लिए तैयार होता है और ऐसा पीरियड के पहले दिन के 14 दिनों बाद हर महीने होता है, 14 वें दिन ovulation होता है और यदि इस दौरान अंडे को कोई शुक्राणु नहीं मिलता तो अंडा टूट जाता है और महिला को इसके 14 दिन बाद फिर से पीरियड होता है.
इसलिए महिलाओं का पीरियड होना ovulation होने के दिन पर निर्भर करता है इसलिए जिन महिलाओं का पीरियड लेट होता है या देरी से होता है उनका ovulation 14 वें दिन न होकर 8 से 20 दिनों में होता है| लेकिन यदि आपका पीरियड इससे भी लेट या मिस होने लगे तो डॉक्टर से मिलना जरुरी हो जाता है.
#1. अगर आपके पीरियड्स हाल ही में शुरू हुए है तो आपको मासिक धर्म में देरी होने पर घबराने की ज़रूरत नहीं है। कुछ girls को शुरू शुरू में अनियमित मासिक धर्म (Irregular menstrual cycle) की समस्या होती है जो धीरे धीरे ठीक हो जाती है।
#2. Periods delay होने का एक कारण वजन का बढ़ना भी है। मोटापा बढ़ने के कारण शरीर में हार्मोन्स सही तरीके से कार्य नहीं कर पाते जिससे पीरियड्स ना आना या लेट होना जैसी समस्या आने लगती है। इससे बचने के लिए जरुरी है की आप एक हेल्थी लाइफस्टाइल अपनाये और अच्छी डाइट, एक्सरसाइज, योग के द्वारा अपना वजन कंट्रोल में रखे।
#3. कुछ महिलाएं तेजी से अपना weight loss करने के लिए डाइटिंग करती है और सब कुछ खाना पीना छोड़ देती है जिस कारण उनकी बॉडी को जरुरी पोषण नहीं मिल पाता। इसे हम ईटिंग डिसऑर्डर भी कहते है, जरुरी पोषक तत्व (Nutrients) न मिलने का बुरा असर मासिक धर्म चक्र पर पड़ता है जिससे period late या मिस होने की समस्या आने लगती है।
#4. वजन का सामान्य से कम होना भी periods problem के लिए जिम्मेदार है। कुछ महिलाओं और लड़कियों का शरीर दुबला पतला होता है जिससे उनके शरीर में प्रयाप्त मात्रा (Adequate quantity) में एस्ट्रोजन नहीं बनता जिस कारण अनियमित माहवारी के लक्षण दिखने लगते है। अपना वजन बढ़ा कर आप पीरियड्स की समस्यादूर कर सकते है।
#5. कुछ लड़कियां फिट बॉडी पाने के लिए जरुरत से ज्यादा एक्सरसाइज करती है। ऐसी लड़कियों में एम सी लेट या मिस होने की समस्या अधिक होती है। कुछ महिलाओं के पीरियड्स पूरा साल बंद रहते है और ऐसा जरुरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से होता है।
#6. MC ना होना या लेट आना और अन्य पीरियड्स प्रॉब्लम का एक कारण पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) भी है। ये एक डॉक्टरी समस्या है जिससे ज्यादा वजन वाली महिलाएं अधिक प्रभावित होती है। इससे शुगर, बच्चा ना होना और दिल के रोग भी हो सकते है।
#7. थायराइड का रोग भी मासिक चक्र को प्रभावित करता है जिस वजह से MC delay या मिस होने की समस्या होने लगती है। अगर आपको thyroid है तो समय समय पर इसकी जाँच करवाए और इसे ठीक करने के लिए इलाज भी करे।
#8. अकसर कुछ महिला खिलाडी और डांसर अपनी परफॉरमेंस और स्टैमिना बढ़ाने के लिए काफी जादा प्रैक्टिस करती हैं जिसका बुरा असर उनके एस्ट्रोजन हार्मोन्स पर पड़ता है जिससे periods miss होने की समस्या आने लगती है। अच्छी डाइट ले कर और कुछ दिन आराम करके आप फिर से अपने पीरियड्स नार्मल कर सकते है।
#9. कुछ शारीरिक रोगों का इलाज लंबे समय तक चलता है जिसमें कई तरह की medicine खानी पड़ती है और ऐसे में पीरियड्स देरी से आने की समस्या आम है। एक बार रोग का इलाज हो जाने के बाद period normal होने लगते है।
#10. अचानक से डेली रूटीन में बदलाव आने से भी पीरियड्स प्रभावित (influenced) होते है। जैसे की कुछ कामकाजी महिलाओं को रात में ड्यूटी करनी पड़ जाये तो उनका सोने, जागने और दूसरे सभी काम करने का समय बदल जाता है, इसके इलावा परीक्षा की तय्यारी कर रही लड़कियों का सोने जागने का समय अचानक से बदल जाता है जिसका असर मासिक धर्म चक्र पर पड़ता है।
शादी के बाद पीरियड्स ना आने के कारण: शादी के बाद महिला की पारिवारिक जिम्मेदारी तो बढ़ती ही है पर साथ में शारीरक और मानसिक बदलाव भी होते है जिससे महिला के शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ने लगता है और irregular periods की समस्या आने लगती है पर इसमें चिंता की कोई बात नहीं। Marriage के बाद हार्मोन्स में बदलाव आना सामान्य है और ऐसे में जरुरी है की समय समय पर डॉक्टर की सलाह लेते रहे।
- शादी के बाद पीरियड लेट या मिस होने का पहला कारण है प्रेगनेंसी होना। अगर आपने हाल ही में शारीरक संबंध बनाये है तो सबसे पहले प्रेगनेंसी जांच किट से अपने गर्भवती होने की पुष्टि करे।
- मैरिज के बाद अक्सर महिलाएं गर्भनिरोधक टेबलेट का सेवन करती रहती है। गर्भनिरोधक दवाओं के अधिक सेवन का बुरा असर मासिक धर्म के चक्र पर पड़ता है। अगर गर्भनिरोधक tablet खाने से आपको माहवारी ना आना की समस्या आ रही है तो अपने डॉक्टर से मिलकर बात करे।
- पीरियड्स लेट होने के कारण स्तनपान भी हो सकता है। स्तनपान (Feeding) की वजह से भी कुछ महिलाओं में mc late होने या ना होने की शिकायत होती है क्योंकि इस दौरान माँ के शरीर में हार्मोन्स में बदलाव आता है। स्तनपान बंद होने पर पीरियड फिर से नार्मल होने लगेंगे।
मासिक धर्म में देरी के अन्य कारण : Reasons For Delayed Periods in Hindi
- मानसिक तनाव का बुरा असर body में हार्मोन्स पर पड़ता है जिससे हार्मोन का संतुलन बिगड़ने लगता है और पीरियड्स ना आने या लेट आने की परेशानी आती है। इसके उपाय के लिए खुद को तनाव मुक्त रखे।
- सफर करने का असर खान पान, दैनिक कार्य और नींद पर पड़ता है जिससेपीरियड्स लेट हो सकते है। अच्छी नींद और डाइट से इसे फिर से normal कर सकते है।
- धूम्रपान करने और शराब के सेवन से भी मासिक धर्म अनियमित होने लगते है इसलिए किसी भी तरीके के नशे से दूर रहे।
माहवारी देरी से आने के कारण पता चलने के बाद आप उसका उपचार घरेलु उपाय और दवा से कर सकते है और ट्रीटमेंट करने के बाद भी पीरियड ना आने पर डॉक्टर से मिल कर बात करे।
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